जावा का OOP’s सिधान्त (Object Oriented Concept)


जावा का OOP’s(Object Oriented Concept)

जैसा की अब तक मैंने आपको बताया है कि जावा एक हैः लेवल लैंग्वेज और object oriented programming language है आब तक आप जान ही चुके होंगे कि जावा को high level programming language क्यों कहा जाता है चलिए फिर मैं आपको एक बार और बता देता हूँ कि जावा को high level programming language इसलिए कहा जाता है क्यूकि जावा user understanding (आप जो प्रोग्राम लिखतें है उस भाषा को user understanding भाषा कहते हैं क्यूकि आप इसे समझ सकते हैं ) भाषा में लिखी जाती है |
और object oriented programming language इसीलिए कहते हैं क्यूकि जावा के अंदर आप जितने भी function/instruction  देंगे बो सभी के सभी आपके class, object और method  के रूप में होंगे इसीलिए जावा को object oriented  programming language कहते हैं |

Object Oriented Programming language के सिधांत :-

OOP’s के तीन सिधांत होते हैं जिनके आधार पर जावा काम करती है

Encapsulation
OOP’s के अंदर Encapsulation data hiding का काम करता है |Encapsulation के अंदर आप private variables को declare करते हैं और public method के द्वारा access करते हैं जो variables encapsulation के द्वारा private बनाये जाते हैं उन्हें उन्ही की class access कर सकती है |
Encapsulation का एक मतलब और भी होता है | encapsulation data binding के लिए भी इस्तेमाल कि जाती है इसमें data और code को एक साथ एक यूनिट में bind किया जाता है जिससे कि इसे public access से रोका जा सके |

जावा में Encapsulation के तीन लेवल होते है –

public – public class के variables को सभी class के members इस्तेमाल कर  सकते हैं |
private- private class के variables को सिर्फ वो ही class access कर सकती है कोई और class private variables को access नहीं कर सकती |
protected- protected में आपके variables को inherit करने वाली class भी access कर सकती है |     

Inheritance 
Inheritance के अंदर आपको किसी भी method को बार बार लिखने कि जरुँरत नहीं पड़ती है आप inheritance की मदद से किसी दूसरी class के method को आप अपनी class में access कर सकते हैं | inheritance के अंदर आप एक class के अंदर सिर्फ एक class के method को ही access कर सकते हैं| 

Polymorphism 
Polymorphism का मतलब होता है कि “एक नाम और काम अनेक ” जावा के अंदर आप एक ही method को कई जगहों पर इस्तेमाल कर सकते हो | जैसे आप overloading में करते हैं |

Abstraction 
Abstraction जावा का  बहुत महत्वपूर्ण concept है क्युकि आप जावा में abstraction के द्वारा किसी भी सॉफ्टवेर के बाहरी रूप को दर्शाते हैं जिससे user interact करता है इसमें आप internal प्रोग्रामिंग को नही दिखाते है | जैसे की एक उदाहरण ले लेते हैं समझने के लिए :- मान लीजिये आप के पास एक कार है आपको सिर्फ कार चलने से मतलब होता है न कि इससे कि इसका इंजन केसे काम करता है कैसे इसमें पहिये गुमते हैं | Abstraction भी user को सॉफ्टवेर का  interface provide कराता है न कि सॉफ्टवेर की कोडिंग के बारे में बताता है |
धन्यबाद |

जावा का OOP’s सिधान्त (Object Oriented Concept) जावा का OOP’s सिधान्त (Object Oriented Concept) Reviewed by Unknown on September 16, 2018 Rating: 5

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